रिपोर्टर रामसिंह रावत रघुनाथपुरा।
बड़ीसादड़ी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती राणावतों का खेड़ा में निरंकारी मिशन बड़ी सादड़ी की ओर से सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें चित्तौड़गढ़ के मुखी महात्मा धीरज कुमार पारेता ने रात्रि को सत्संग में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्संग में ही आध्यात्मिक आनंद प्राप्त हो सकता है जब गुरु सिख सद्गुरु के प्रवचनों को हू-ब-हू अपना कर जीना प्रारंभ कर देता है तो उसका जीवन सुखी हो जाता है! वास्तव में गुरु सिख का यही परम धर्म होता है। आपने कहा कि सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज का भी यही उद्देश्य है कि हम सब इस निरंकार को जीवन का आधार बनाकर आनंद ले यदि जीवन में आनंद की अवस्था लानी है तो निरंकार के साथ नाता सदा जुड़ा रहे सत्संग में सदैव रहने वाला विश्वास और पक्का करते हैं इस पावन ज्ञान को पाकर हमारा जीवन भी पावन हो जाता है! सद्गुरु की कृपा से ही जीवन में आनंद की अवस्था प्राप्त होती है क्योंकि सद्गुरु ही आनंद का स्त्रोत परमात्मा से नाता जोड़ता है! मानव जीवन में ही प्रभु की प्राप्ति संभव है जब आत्मा को परमात्मा का बोध हो जाता है फिर आवागमन के बंधन से छुटकारा मिल जाता है। प्रारंभ में बाहर से आए हुए महात्माओं का पूर्व सरपंच विजय सिंह सारंगदेवोत एवं महावीर जटिया ने माला व दुपट्टा द्वारा स्वागत किया और बाहर से आए सभी महात्माओं का आभार व्यक्त किया! कार्यक्रम का संचालन भेरूलाल निरंकारी ने किया। उक्त जानकारी निरंकारी मिशन के मीडिया सहायक राधेश्याम रेगर ने दी।