रिपोर्टर रामसिंह मीणा रघुनाथपुरा।
बड़ीसादड़ी कृषि विज्ञान केन्द्र, चित्तौड़गढ़ एवं फाउण्डेशन फॉर इकोलोजिकल सिक्युरिटी, बेगूं (चित्तौड़गढ़) के संयुक्त तत्वाधान में रबी कृषक संगोष्ठी का आयोजन दिनांक 26 नवम्बर, 2024 को गांव बालाजी की मंदिर प्रागंण, गोपालपुरा, बेगूं में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री शिव लाल शर्मा, सरपंच, दौलतपुरा की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में डॉ. रतन लाल सोलंकी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष, कृषि विज्ञान केन्द्र, चित्तौड़गढ़ एवं श्री अमित चौबे, लीड अधिकारी, फाउण्डेशन फॉर इकोलोजिकल सिक्युरिटी, बेगूं, श्री शंकर लाल जाट, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, बेगूं, डॉ. हरिकेश, कृषि अधिकारी एवं श्री प्रवीण, कृषि अधिकारी, श्री घीसा लाल धाकड़, अध्यक्ष, मेवाड़ शामलात मंच, बेगू, श्री मोहन लाल रेगर, उपाध्यक्ष, मेवाड़ शामलात मंच, बेगूं की विशिष्ट अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। फाउण्डेशन फॉर इकोलोजिकल सिक्युरिटी, बेगूं (चित्तौड़गढ़) के सभी फिल्ड कार्यकर्ता एवं विभिन्न जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। किसान संगोष्ठी में लगभग 140 कृषक एवं कृषक महिलाओ ने भाग लिया। संगोष्ठी में संविधान दिवस के अवसर पर प्रश्नोतरी कार्यक्रम भी रखा गया में जिसमें 10 विजेता किसानो को अथितियो द्वारा पुरस्कार दिया गया। कृषक गोष्ठी में केविके द्वारा कृषि प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। किसान गोष्ठी के प्रारम्भ में वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने समस्त अतिथियों एवं कृषको का स्वागत किया तत्पश्चात केन्द्र की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी साथ ही रबी फसलो की उन्नत उत्पादन तकनीकी, पोषक तत्त्व एवं खरपतवार प्रबन्धन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। भूमि सुधार हेतु जिप्सम प्रयोग व हरी खाद का महत्व, मृदा स्वास्थ्य हेतु जैविक खादों का प्रयोग, वर्मी कम्पोस्ट बनाने की विभिन्न विधियां व जैविक खाद वर्मीवाश तैयार करने की तकनीकी जानकारी दी। संविधान दिवस के बारे में बताया कि भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रातक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिको को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और की समता प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा ओर राष्ट्र की एकता और अखंडता को सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए कहा और संविधान की शपथ दिलाई। श्री अमित चौबे, लीड अधिकारी, फाउण्डेशन फॉर इकोलोजिकल सिक्युरिटी, बेगूं, ने जल जमीन और जंगल, जमीन की सुरक्षा पर प्रकाश डाला। डॉ. शंकर लाल जाट, सहायक निदेशक, कृषि विभाग, बेगू, चित्तौड़गढ़ ने कृषको को बगीचे लगाने का महत्व, विभागीय योजनाओ एवं अनुदान के बारे में बताया। केन्द्र की दीपा इन्दौरिया, कार्यक्रम सहायक ने पोषण वाटिका लगाने की तकनीकी जानकारी दी। अन्त में श्री संजय कुमार धाकड, कार्यक्रम सहायक ने उपस्थित अतिथियों एवं कृषक एवं कृषक महिलाओ को धन्यवाद ज्ञापित किया।